इमोजी यानी इमोटेकोन्स ,इमोजी जापानी शब्द है । E +Moji = Emoji
The word emoji comes from Japanese I.e E refers to "picture") + moji "character". The resemblance to the English words emotion and emoticon ( as per wikipedia)
आभासी दुनिया में इमोजी यानी इमोटेकोन्स के जरिये अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे सुंदर तरीके के तौर पर देखा जाता है।
सोशल मीडिया एवं आभासी दुनिया के जमाने में इमोजी की अपनी एक खास जगह है। अपनी मन की भावनाओं को मैसेज के जरिए और बेहतर तरीके से व्यक्त करने के लिए इमोजी का अपना एक अलग पहचान है। आप अपनी मन की भाव को इमोजी / स्माइली के जरिये किसी को आसानी से ज़ाहिर कर सकते हैं।
आप वास्तव में क्या मेहसूस कर रहे है आपके द्वारा भेजा गया मैसेज में इमोजी सामने वाले को आपकी मनोभाव को दर्शाता है। 😊 हर परिस्थिति सुख , दुख , हँसी , खुशी , इज़हारे मोहब्बत सब केलिए इमोजी उपलब्ध है। हर इमोजी का अलग मतलब होता है।
फेसबुक हो या व्हॉट्सऐप हर सोशल मीडिया एवं आभासी दुनिया के हर एक प्लेटफॉर्म पर इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो सबसे पहला इमोजी बना वो था 'स्माइली' 😊 फेस वाला इमोजी था।
सोशल मीडिया एवं आभासी दुनिया में लोगों की भावनाएं दर्शाने वाले इस स्माइली को अमेरिका के हार्वी रोस बॉल ने बनाया था। उनका जन्म 10 जुलाई को अमेरिका में हुआ था। हालांकि स्माइली के फेमस होने के बाद उन्होंने इसका पेटेंट नहीं करवाया था।
ऐसा कहा जाता है कि पीले रंग का ये 😊 हंसता हुआ चेहरा रूठे कर्मचारियों को मनाने के लिए बनाया गया था। ये स्माइली इतना पसंद किया गया कि पूरे दुनियाभर में मशहूर हो गया।
एक खबर के मुताबिक 1963 में हार्वी की एक एडवरटाइजिंग और पीआर एजेंसी थी। उनके सामने एक बार स्टेट म्युचुअल लाइफ एश्योरेंस कंपनी ऑफ अमेरिका (अब अलमेरिका फाइनेंशियल कॉरपोरेशन) अपनी किसी परेशानी के साथ पहुंची।
उस समय इस कंपनी ने दूसरी कंपनी के साथ विलय किया था। इस विलय से कंपनी के कर्मचारी नाखुश थे और वो अपनी नाराजगी जता रहे थे। कर्मचारियों की इस नाराजगी को दूर करने की समस्या को लेकर ही उनकी कंपनी रॉस के पास गई थी। और उन्होंने स्माइली " पिले रंग का मुस्कुराता हुआ चेहरा " बनाया ।
हार्वी रॉस ने एक बार किसी इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने इस समस्या का समाधान करने के लिए 'स्माइली' तैयार किया था।ताकि नाराज कर्मचारी खुश हो जाए , उन्होंने बताया था कि इस स्माइली को तैयार करने के लिए उन्हें 45 डॉलर मिले थे ।
स्माइली को मशहूर होते देख 1999 में यूएस पोस्टल सर्विस डिपार्टमेंट ने स्माइली फेस स्टांप भी जारी किया था।
उसके बाद कई तरह के फेस वाला इमोजी आया ।
अब तो ये आलम है मैसेज इमोजी के बिना अधूरा सा लगता है। ये कहना गलत नहीं होगा की बातों एवं जज्बातों का इजहार मैसेज में ईमोजी के बिना अधूरा है। फ्लर्ट से लेकर इज़हारे मोहब्बत सब जगह इमोजी प्रमुख्य किरदार में नज़र आता है। 😍❤😍😙😉
मैसेज के मध्य यदी कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका को इज़हारे मोहब्बत में I love you लिखता है तो दिल वाले ❤ ईमोजी के बिना उसका मैसेज अधूरा सा लगता है।
रवि आनंद
thekoshish.blogspot.com
The word emoji comes from Japanese I.e E refers to "picture") + moji "character". The resemblance to the English words emotion and emoticon ( as per wikipedia)
आभासी दुनिया में इमोजी यानी इमोटेकोन्स के जरिये अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे सुंदर तरीके के तौर पर देखा जाता है।
सोशल मीडिया एवं आभासी दुनिया के जमाने में इमोजी की अपनी एक खास जगह है। अपनी मन की भावनाओं को मैसेज के जरिए और बेहतर तरीके से व्यक्त करने के लिए इमोजी का अपना एक अलग पहचान है। आप अपनी मन की भाव को इमोजी / स्माइली के जरिये किसी को आसानी से ज़ाहिर कर सकते हैं।
आप वास्तव में क्या मेहसूस कर रहे है आपके द्वारा भेजा गया मैसेज में इमोजी सामने वाले को आपकी मनोभाव को दर्शाता है। 😊 हर परिस्थिति सुख , दुख , हँसी , खुशी , इज़हारे मोहब्बत सब केलिए इमोजी उपलब्ध है। हर इमोजी का अलग मतलब होता है।
फेसबुक हो या व्हॉट्सऐप हर सोशल मीडिया एवं आभासी दुनिया के हर एक प्लेटफॉर्म पर इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो सबसे पहला इमोजी बना वो था 'स्माइली' 😊 फेस वाला इमोजी था।
सोशल मीडिया एवं आभासी दुनिया में लोगों की भावनाएं दर्शाने वाले इस स्माइली को अमेरिका के हार्वी रोस बॉल ने बनाया था। उनका जन्म 10 जुलाई को अमेरिका में हुआ था। हालांकि स्माइली के फेमस होने के बाद उन्होंने इसका पेटेंट नहीं करवाया था।
ऐसा कहा जाता है कि पीले रंग का ये 😊 हंसता हुआ चेहरा रूठे कर्मचारियों को मनाने के लिए बनाया गया था। ये स्माइली इतना पसंद किया गया कि पूरे दुनियाभर में मशहूर हो गया।
एक खबर के मुताबिक 1963 में हार्वी की एक एडवरटाइजिंग और पीआर एजेंसी थी। उनके सामने एक बार स्टेट म्युचुअल लाइफ एश्योरेंस कंपनी ऑफ अमेरिका (अब अलमेरिका फाइनेंशियल कॉरपोरेशन) अपनी किसी परेशानी के साथ पहुंची।
उस समय इस कंपनी ने दूसरी कंपनी के साथ विलय किया था। इस विलय से कंपनी के कर्मचारी नाखुश थे और वो अपनी नाराजगी जता रहे थे। कर्मचारियों की इस नाराजगी को दूर करने की समस्या को लेकर ही उनकी कंपनी रॉस के पास गई थी। और उन्होंने स्माइली " पिले रंग का मुस्कुराता हुआ चेहरा " बनाया ।
हार्वी रॉस ने एक बार किसी इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने इस समस्या का समाधान करने के लिए 'स्माइली' तैयार किया था।ताकि नाराज कर्मचारी खुश हो जाए , उन्होंने बताया था कि इस स्माइली को तैयार करने के लिए उन्हें 45 डॉलर मिले थे ।
स्माइली को मशहूर होते देख 1999 में यूएस पोस्टल सर्विस डिपार्टमेंट ने स्माइली फेस स्टांप भी जारी किया था।
उसके बाद कई तरह के फेस वाला इमोजी आया ।
अब तो ये आलम है मैसेज इमोजी के बिना अधूरा सा लगता है। ये कहना गलत नहीं होगा की बातों एवं जज्बातों का इजहार मैसेज में ईमोजी के बिना अधूरा है। फ्लर्ट से लेकर इज़हारे मोहब्बत सब जगह इमोजी प्रमुख्य किरदार में नज़र आता है। 😍❤😍😙😉
मैसेज के मध्य यदी कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका को इज़हारे मोहब्बत में I love you लिखता है तो दिल वाले ❤ ईमोजी के बिना उसका मैसेज अधूरा सा लगता है।
रवि आनंद
thekoshish.blogspot.com
Again u came with amazing post!!keep it up
ReplyDeleteशुक्रिया 😊
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteUnique topic 😉😎😘
ReplyDeleteThank u 😊
DeleteThis topic is really very interesting n new n yeah.. Unique
ReplyDeleteLoved it.. Thank you so much for this information
शुक्रिया😊
DeleteVery good information 😊😊
ReplyDeleteVery good information 😊😊
ReplyDeleteSpeechless 😍
ReplyDeleteThank you 😊😊😊😊
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